इंतजार करेंगे हम ताउम्र उनका,
इश्क हमें सिर्फ उनसे ही नहीं,
उनके होने से भी है।
वो इश्क ही क्या,
जिसमें इंतजार ना हो,
निखरता है इश्क इंतजार से
रंग चढ़ेगा जब इंतजार का,
इश्क हमारा गुलाबी हो जाएगा।
वो तस्वीर में तो है,
पर तकदीर में नहीं,
कोई तो कलमा पढ़ो,
कोई तो मंत्र फूंको,
सजदा करूं, मन्नत मांगू,
दुआ कोई तो कबूल हो कि
जो तस्वीर है ,
वो तकदीर बना जाएं
किस्मत की रेखा ,
हाथों की लकीर बन जाए।